Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2023 · 1 min read

■ एक और परिभाषा

#थिंक_ज़रा_हट_के
■ नई परिभाषा “विकास” की
【प्रणय प्रभात】
बीते कुछ साल से यह देश का सबसे प्रचलित शब्द है। जिसकी व्याख्या राजनैतिक महापुरुष अपने-अपने हानि-लाभ के हिसाब से करते हैं। ऐसे में मेरे जैसा एक अदना नागरिक “विकास” को इस तरह भी परिभाषित कर सकता है। क्या करें और…? काम ही यही है अपना। कुछ अलग सा पकाना और परोस देना। मास्टर शेफ़ की तरहः। पास-फैल करना आप का काम। पर

1 Like · 575 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

फूलों की तरह तुम बन जाओ
फूलों की तरह तुम बन जाओ
sonu rajput
4233.💐 *पूर्णिका* 💐
4233.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गाँव की लड़की
गाँव की लड़की
कविराज नमन तन्हा
गणपति वंदना
गणपति वंदना
sushil sharma
🙅वंदना समर्थ की🙅
🙅वंदना समर्थ की🙅
*प्रणय प्रभात*
बेटियाँ
बेटियाँ
Poonam Sharma
तो क्या हुआ
तो क्या हुआ
Sûrëkhâ
"ममतामयी मिनीमाता"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगी
Surinder blackpen
किसी बिस्तर पर ठहरती रातें
किसी बिस्तर पर ठहरती रातें
Shreedhar
स्वाधीनता के घाम से।
स्वाधीनता के घाम से।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
राह कोई नयी-सी बनाते चलो।
राह कोई नयी-सी बनाते चलो।
लक्ष्मी सिंह
जल बचाओ , ना बहाओ
जल बचाओ , ना बहाओ
Buddha Prakash
दोहा पंचक. . . . . नेता
दोहा पंचक. . . . . नेता
sushil sarna
मौसम ए बहार क्या आया ,सभी गुल  सामने आने लगे हैं,
मौसम ए बहार क्या आया ,सभी गुल सामने आने लगे हैं,
Neelofar Khan
धुन
धुन
Sangeeta Beniwal
ख़ुद से
ख़ुद से
Dr fauzia Naseem shad
सजल
सजल
seema sharma
एक थी नदी
एक थी नदी
सोनू हंस
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
कवि रमेशराज
बुंदेली दोहा-पखा (दाढ़ी के लंबे बाल)
बुंदेली दोहा-पखा (दाढ़ी के लंबे बाल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रोता है दिल, तड़पती है धड़कन
रोता है दिल, तड़पती है धड़कन
Dr.sima
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
शेखर सिंह
ज़िंदगी तो फ़क़त एक नशा-ए-जमज़म है
ज़िंदगी तो फ़क़त एक नशा-ए-जमज़म है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
True is dark
True is dark
Neeraj Kumar Agarwal
प्रार्थना
प्रार्थना
Shally Vij
ईद
ईद
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
"मैं तुम्हारा रहा"
Lohit Tamta
मैंने जिसे लिखा था बड़ा देखभाल के
मैंने जिसे लिखा था बड़ा देखभाल के
Shweta Soni
अभिमान
अभिमान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...