Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
13 Oct 2022 · 1 min read

#करवा चौथ#

अमर सुहाग करो मां मेरा,
मांगू मैं वरदान।
करवा चौथ सदा मैं पुंजूं ,
कर सोलह श्रंगार।
मेरे पिया से सजा रहे,
मेरा यह घर संसार।
करवा चौथ सदा मैं पुंजूं ,
कर सोलह श्रंगार।

चावल हल्दी के पीठे से,
घर में चौक पुराऊं।
धूप,दीप,नैवेद्य चढ़ाकर,
करवा माई को मनाऊं ।
अमर सुहाग करो मां मेरा,
मांगू यह वरदान।
करवा चौथ सदा मैं मनाऊं,
अपने पिता के साथ।

हांथ में पूजा की थाली ले।
चांद को आज मनाऊं,
जल्दी से आजा मेरे चन्दा,
मैं सज धज-धज के आई।
मेरे पिया की उम्र हो लम्बी,
मेरा अटल रहे सुहाग।
करवा चौथ सदा मैं पुजूं
कर सोलह श्रंगार।

जिनसे शुरू है मेरा हर दिन,
जिनसे होती मेरी शाम।
मेरे पिया का रहे हमेशा,
मेरे हाथों में हांथ।
करवा चौथ सदा मैं पुजूं,
कर सोलह श्रंगार।
रूबी चेतन शुक्ला
अलीगंज लखनऊ

Loading...