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8 Oct 2022 · 1 min read

सुनहरी स्मृतियां

एक दिन सब खत्म हो जाएगा
ये नश्वर शरीर भी तुम्हें छोड़ जायेगा
रह जायेगा बस तुम्हारी यादों का सफर
जो अपनों को तेरा अहसास दिलाएगा

बीत रहे हैं जो पल
बन जायेंगी यही यादें एक दिन
होंगे जब भी अकेले कभी
साथ निभाएंगी ये स्मृतियां एक दिन

जितनी अच्छी होंगी स्मृतियां
देगी तुम्हें खुशियां उतनी ही ज़्यादा
कटेगा बुढ़ापा इनके ही सहारे तेरा
कुछ उम्मीद न लगा इससे तू ज़्यादा

है क्यों इतना व्यस्त अभी
अपनों के लिए थोड़ा तो समय निकाल
तेरे अपने भी हो जायेंगे व्यस्त जब
यही यादें आयेगी तेरे काम तब

मिले जब भी मौका तुम्हें
अपनों संग मिलकर खूब ठहाके लगा
है तेरे दिल में प्यार उनके लिए
कभी तो तू वो प्यार उनको दिखा

होंगी जितनी मधुर ये स्मृतियां
उतना सुकून उन्हें याद करके मिलेगा
कुछ पल के लिए भूल जायेगा दर्द
जब वो पुराना वक्त याद आएगा।

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