दो पँक्ति दिल की कलम से
सीने से लगा लूँगा जब भी आवोगे मेरे पास
ईश्वर से करता हूँ तेरे लौट आने का अरदास
©® प्रेमयाद कुमार नवीन
सीने से लगा लूँगा जब भी आवोगे मेरे पास
ईश्वर से करता हूँ तेरे लौट आने का अरदास
©® प्रेमयाद कुमार नवीन