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20 Aug 2022 · 1 min read

गीता का सन्देश

1
कौरव पांडव में सुनो, छिड़ा महासंग्राम
विगुल बजाया कृष्ण ने, निश्चित था परिणाम

2
जीवन में आगे बढ़ो, सिखलाता ये ज्ञान
सही गलत की चाहिये, होनी पर पहचान

3

धर्मयुद्ध को जीतना, नहीं बहुत आसान
कूटनीति का चाहिए, होना अच्छा ज्ञान

4
जितना होना चाहिए, अधिकारों का ज्ञान
उतना होना चाहिए, कर्तव्यों का भान

5
कभी स्वार्थ की नींव पर, टिकते नहीं मकान
सबके हित की सोच ही, करती है कल्याण

6

कर्म यहाँ करते रहो, फल की इच्छा भूल
ये ईश्वर के हाथ में, शूल मिलें या फूल

7
आलस मद सब त्याग कर,
कर्म करो निष्काम
मन ही मन जपते रहो, अपने प्रभु का नाम

8
अपने मन से काट दो, तुम माया का जाल
नश्वर ये संसार है, आता सब पर काल

9
जीत हमेशा सत्य की, मिले झूठ को हार
होती है बस अंत में, सच की जय जयकार

10
रखें कर्मयोगी सदा, कर्मों पर ही ध्यान
जिससे मिलता मोक्ष है, पा जाते वो ज्ञान

11
कर्म भाग्य मिल साथ में, खेला करते खेल
बन जाती है ज़िन्दगी , जब हो इनका मेल

12
हमें दिखाते राह हैं गीता के उपदेश
जीवन जीना है कला, देते ये सन्देश

20-08-2022
डॉ अर्चना गुप्ता

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