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17 Aug 2022 · 1 min read

सिर्फ तुम

सिर्फ तुम

एक प्यारा एहसास हो, मीठा दर्द ‘तुम’ हो,
इबादत हो, हर मर्ज की दवा भी ‘सिर्फ तुम’ हो,
घनघोर घटाओं में बारिश की बूंद ‘तुम’ हो,
इस जन्म नहीं, अगले जन्म नहीं, हर जन्म की आस भी ‘सिर्फ तुम’ हो।।

सीमा टेलर ‘तू है ना’ (छिम़पीयान‌‌‌ लम्बोर)

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