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12 Jul 2022 · 1 min read

बेकार है मौत पर सोग मनाना..

जीतेजी तो कभी फुर्सत से बैठे भी नहीं हमारे करीब,
और अब हमारी मौत का सोग मना रहे हो ।
कभी किसी गम में रोए तो रूमाल भी न दिया,
और मेरी मय्यत पर बैठकर मेरा कफन भिगो रहे हो ।

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