*शादी (पाँच दोहे)*
शादी (पाँच दोहे)
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( 1).
शादी सौदा हो गई ,लेन-देन आधार
मैरिज-ब्यूरो को कहें ,आढ़त का व्यापार
(2 )
पेटी-खोखा चल रहे , रिश्तों में संवाद
शादी की शब्दावली , जैसे भरी मवाद
(3)
संबंधी किसको कहें, जिससे सम-संबंध
या पैसे के भागते , पीछे – पीछे अंध
( 4 )
लड़की-लड़के के मिलें ,गुण आचार-विचार
देर न शादी में करें ,धन्य भाग्य सौ बार
(5)
दुल्हन है ससुराल में , संशय बारंबार
देखें अपनापन मिले ,या फिर अत्याचार
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451