*ऋषिकेश 【कुंडलिया】*
ऋषिकेश 【कुंडलिया】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
गंगा के तट पर बसा ,मनमोहक ऋषिकेश
पर्वत पेड़ हरीतिमा , स्वच्छ वायु परिवेश
स्वच्छ वायु परिवेश ,दिव्य सौंदर्य लुभाता
पग-पग मिलते संत ,आरती जन-जन गाता
कहते रवि कविराय ,उच्चतम भाव तिरंगा
भूलो स्विट्जरलैंड , श्रेष्ठतम निर्मल गंगा
————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451