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21 Mar 2022 · 1 min read

जिंदगी

काँटों में रहकर भी जो मुस्कराए ,
जिंदगी उसी को कहते हैं।
फुल मिलने पर भी जो ना बहके ,
इंसान उसी को कहते हैं।

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