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17 Mar 2022 · 1 min read

होली पर दोहे

होली पर दोहे
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गाल रंगो गुलाल से , रंगो मन रंग से।
‘होली’अगर खेलो तू,तो थोड़ा ढंग से।।


रंग खेल ‘रंगरसिया’ , मारो रंग भर के।
तोरे ‘होली’ रंग से,कोई जन न भड़के।।
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#स्वरचित_सह_मौलिक;
………✍️पंकज ‘कर्ण’
……………..कटिहार।।

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