Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jul 2021 · 1 min read

जबसे आइल जवानी

जबसे आइल जवानी
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
हँसल खेलल कूदल सगरी छूट गइल रे
जबसे आइल जवानी खुशी रूठ गइल रे

जइसे जइसे देहिया बढ़ल
तइसे तइसे चिंता चढ़ल
आइल अइसन आफ़त हिया टूट गइल रे
जबसे आइल जवानी खुशी रूठ गइल रे

कागज के नइया बिसरे ना
बचपन ये भइया बिसरे ना
आइल बसंत बाकिर गछिया ठूंठ भइल रे
जबसे आइल जवानी खुशी रूठ गइल रे

उड़े चिरई मिले चैना
गीरल चिरई टूटल डैना
आस जियला के नइखे करम फूट गइल रे
जबसे आइल जवानी खुशी रूठ गइल रे

– आकाश महेशपुरी

705 Views

You may also like these posts

वह आदत अब मैंने छोड़ दी है
वह आदत अब मैंने छोड़ दी है
gurudeenverma198
Weekend
Weekend
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पेड़ का दर्द
पेड़ का दर्द
Dr Archana Gupta
14. आवारा
14. आवारा
Rajeev Dutta
क्यूँ भागती हैं औरतें
क्यूँ भागती हैं औरतें
Pratibha Pandey
यमराज का एकांतवास
यमराज का एकांतवास
Sudhir srivastava
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
singh kunwar sarvendra vikram
अल्फाजों को क्या खबर
अल्फाजों को क्या खबर
हिमांशु Kulshrestha
हमरी बिल्ली हमको
हमरी बिल्ली हमको
Abasaheb Sarjerao Mhaske
वो गुस्से वाली रात सुहानी
वो गुस्से वाली रात सुहानी
bhandari lokesh
सत्य
सत्य
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
हिम्मत हारते है जो
हिम्मत हारते है जो
Vaishaligoel
मनु और मोदी
मनु और मोदी
ललकार भारद्वाज
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
Kumar Kalhans
*आ गये हम दर तुम्हारे,दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे,दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
VINOD CHAUHAN
दीप की अभिलाषा।
दीप की अभिलाषा।
Kuldeep mishra (KD)
The station you thought you missed wasn't yours.
The station you thought you missed wasn't yours.
पूर्वार्थ
मेरी सखी चाय रानी
मेरी सखी चाय रानी
Seema gupta,Alwar
"जगदलपुर"
Dr. Kishan tandon kranti
हवा में खुशबू की तरह
हवा में खुशबू की तरह
Shweta Soni
*मायूस चेहरा*
*मायूस चेहरा*
Harminder Kaur
मातृभाषा💓
मातृभाषा💓
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
2686.*पूर्णिका*
2686.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दुबारा....
दुबारा....
Sapna K S
रिश्तों की चादर
रिश्तों की चादर
Vivek Pandey
बादलों से बिछड़ कर बूंदे भी रोई होगी
बादलों से बिछड़ कर बूंदे भी रोई होगी
Rekha khichi
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
Kavita Chouhan
"डोजर" के चेप्टर पर तो "क्लोजर" लगा दिया हुजूर!अब "गुल" खिला
*प्रणय*
*भूल गए अध्यात्म सनातन, जातिवाद बस याद किया (हिंदी गजल)*
*भूल गए अध्यात्म सनातन, जातिवाद बस याद किया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...