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8 Dec 2021 · 1 min read

इजहारे मुहोबत जरूरी है ...

नाराजगी का इजहार कर सकते है आप ,
तो इजहारे मुहोबत कर सकते क्यों नहीं?
किसी के होठों से तबस्सुम छीन तो सकते है आप ,
मगर किसी को थोड़ी सी भी खुशी दे सकते नही ।

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