Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
7 Nov 2021 · 1 min read

विद्यार्थी दिवस

आज का दिवस विशेष मायने रखता है ।क्योंकि डॉ बी आर अंबेडकर इसी दिन स्कूल में दाखिल हुई थे ।इसलिए इसी दिवस को विद्यार्थी दिवस नाम से जाना जाता है ।डॉक्टर बी आर अंबेडकर जी दलितों में से उभर कर आगे आए। और सभी के लिए शिक्षा के मार्ग खुले करके दिए ।उन्होंने एक मिसाल बन कर दिखाया कि जीवन में शिक्षण ही एक ऐसा तीसरा नेत्र है, जो सारे जगत को दर्शाता है , अन्याय को जलाता है। इसलिए पढ़ो ।जीवन में आगे बढ़ो। उन्नति करो ,संगठित हो जाए, संघर्ष करो, न्याय के लिए लड़ते रहो। इस प्रकार का संदेश उन्होंने जनता के लिए दिया। एक आदर्श भारतीय संविधान का निर्माता ,डॉक्टर बी आर अंबेडकर जी ने मानव के लिए सारे जीने के अधिकार प्राप्त करके दिए।अपने जीवन में ऐसे महान होना, औरअपने व्यक्तित्व विकास केवल शिक्षा से ही हो सकता हैं। इस प्रकार का संदेश उन्होंने लोगों के लिए दिया। सारे विद्यार्थियों के लिए आज के दिन उनका यह संदेश लाभकारी होगा ।क्योंकि विद्यार्थी घर से स्कूल में जब दाखिला लेता है ,तब उसके संबंध स्कूल से जुड़ जाते हैं। और वह नए विचार ,नई सोच सीखने को प्रारंभ करता है। वह उसके जीवन का एक नया मार्ग प्रारंभ करता है। इसलिए 7 नवंबर के दिन डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी स्कूल में प्रवेश लेकर अपने जीवन में इतनी महान उन्नति करके दिखाया ,और यह सभी के लिए एक महान संदेश है ।इसलिए इस दिन को विशेष दिन कहते हुए हम विद्यार्थी दिवस के नाम से इसे जानते हैं।

रमेश मालचिमणे

Loading...