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6 Oct 2021 · 1 min read

अब कहाँ कोई चुपके से

अब कहाँ कोई चुपके से, ईशकिया मुलाकात करते?
ख़्यालात भी न मिले, की लोग तो सवालात करते?

यूँ न भरमाया करो, शर्तिया ख़्यालातों मे?
अब लोग दिल से, मुलाक़ात क्यूँ न करते?

शायर© किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)

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