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5 Sep 2021 · 1 min read

मेरे जीवन के तीसरे गुरु....।।

हमारे जीवन के सबसे पहले गुरु…
हमारे माता-पिता होते हैं…??
हमारे जीवन को दिशा दिखाने वाले दूसरे गुरु…
हमारे टीचर होते हैं…??
और शादी के बाद हमारे जीवन के तीसरे गुरु…
हमारे पति होते हैं…??
जो हर वक्त, हर मुसीबत में, और डगमगाते राहों में…
वो हाथ पकड़ कर उस संघर्ष भरी राहों पर..
एक साथ कदमों से कदम मिलाकर चलते हैं…।
जब भी मैंने उनसे ये कहा…
मैं ये कैसे करूंगी, मुझ से ये कैसे होगा, मैं नहीं कर पाऊंगी, मैं इस बार अच्छे से तैयारी नहीं कर पाई हूं ,
मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है…
तब-तब उन्होंने मुझे एक अच्छे शिक्षक की तरह पढ़ाया..
और उन्होंने मुझे इन सभी विचित्र प्रश्नों से उभारते हुए कहा……
ज्यादा टेंशन ना लो अगले बार से भी अच्छा इस बार करोगी तुम..
यह मेरा विश्वास है तुम पर और तुम भी देखना….
जरूर सफल करोगी..
और सही में उन्होंने जैसा कहा उस से भी अच्छा हुआ…

मेरे लाइफ की परीक्षा हो या चाहे वो जैसा भी मोड हो… उन्होंने हर वक्त मेरा साथ दिया.. ना कभी मुझे अकेले होने का एहसास दिलाया… ना कभी उन्होंने मेरा साथ छोड़ा…।।
तो ये है मेरे जीवन के तीसरे गुरु….
❤️ मेरे पति ❤️
दिल से शुक्रिया जी…❤️❤️❤️❤️❤️❤️
पर शुक्रिया तो एक छोटी शब्द है जो बोलकर गुरु दक्षिणा को पूरा नहीं किया जा सकता ।

।। इसलिए शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं मेरे गुरु के रूप में आपको जी।।?????

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