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6 Aug 2021 · 1 min read

सब करते है तकरार _____ गीत

मन में अब यह आता,सुन सुन जीवन दाता।
जोडूं तुझसे ही नाता,संसार समझ न आता।।
सब करते है तकरार, मै चाहूं जबकि प्यार।।
रिश्तों में गांठ लगी है,बाजार में यहां ठगी है।
धन ही सब कुछ हो गया,अपनापन तो खो गया।
गरज के सभी है साथी,मानवता है शर्माती।
न रहा जबां में करार,ले जाते लोग उधार।।
सब करते है तकरार, मै चाहूं जबकि प्यार।।
राजेश व्यास अनुनय

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