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25 Jul 2021 · 1 min read

हे प्रभु ! (प्रार्थना)

हे प्रभु! (प्रार्थना गीत)
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हे प्रभु! हमको दीजिए, ऐसा ज्ञान…..

जिससे, आ सके हम देश के काम;

हमें ना कभी, किसी शत्रु का डर हो;

हमारे लिए, सच्चाई की ही डगर हो;

लोभ-लालच कभी,हममें दिखे नहीं,

कोई गलत, हमारे सामने टिके नही।

हे प्रभु! हमको दिजिए, ऐसा ज्ञान…..

कि हम भी बने , एक मानव महान;

बुराई से तो, सदा हम भी दूर ही रहें;

सारा जग भी हमें,सदाचारी ही कहें;

आलस कभी , हममें दिखे भी नहीं,

हे प्रभु! हमको दीजिए, ऐसा ज्ञान……

सदा आगे बढ़े, कदम भी रूके नही;

ईर्ष्या द्वेष हममें, कभी भी दिखे नहीं;

हम आपस में,किसी से भी लड़े नहीं;

हममें सदा, देशभक्ति की भावना रहे;

हम भी,देश की रक्षा हेतु हर कष्ट सहें।

हे प्रभु! हमको दीजिए, ऐसा ज्ञान…….
……… ??

स्वरचित सह मौलिक
…….✍️पंकज”कर्ण”
…………कटिहार।।

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