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17 Jun 2021 · 1 min read

भुला तो न दोगे

भुला तो न दोगे
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नज़र से मुझे तुम गिरा तो न दोगे
मुहब्बत के ये दिन भुला तो न दोगे

अभी तो मुहब्बत के गुल खिल रहे हैं
कि जज्बात दिल के गले मिल रहे हैं
हँसाकर कहीं फिर रुला तो न दोगे-
नज़र से मुझे तुम गिरा तो न दोगे

बड़ी मुश्किलों से ये रुत आज आई
यही चाहता हूँ न हो अब जुदाई
ये अरमान दिल के जला तो न दोगे-
नज़र से मुझे तुम गिरा तो न दोगे

मैं पहली झलक वो नहीं भूल पाया
मुझे प्यार क्या है तुम्हीं ने सिखाया
कि अपना बनाकर दग़ा तो न दोगे-
नज़र से मुझे तुम गिरा तो न दोगे

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 15/06/2021

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