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13 Jun 2021 · 1 min read

बरसात

बरसात के
दिन आए सबके
खेत पटाए -1

तपती धूप
छन भर में जाए
फिर लौटाऐ -2

सबके साथ
खेले आँख मिचौली
इ बरसात -3

पेड़ों की डाली
खूब झूमके गाए
मन हर्षाए -4

सुखी धरती
जी भर नहलाए
तृप्त हो जाए -5

प्यसे नदियों
को भी बरसात में
उफान आए -6

बाग बगीचे
सब भी लहराये
हरित छाए -7

मोर पपिहा
तोता कोयल सब
मील गाए -8

झिंगुर कि तो
दिन है लौट आई
बरसात में -9

टर्-टर् कि धुन
शहनाई बजाए
मेढक रानी -10

चारों तरफ
कि गंदगी भी धोए
शुद्ध जल से -11

बच्चे सबके
कागज के नाव ले
जाए बहाए -12

साल भर का
बरसात महिना
पानी दे जाए -13

गरीब रोता
अमीर हँसता है
बरसात में -14

कहीं पानी से
सब खुश होते हैं
हँसते गाते -15

कहीं घर में
टपकती बूंदे इ
बरसात के -16

गम दे जाती
लचारे बेबस को
ये बरसात -17

#किसानपुत्री_शोभा_यादव

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