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25 May 2021 · 1 min read

तु है सुनर

तु है सुनर, तेरी बात है सुनर
ऐसे कैसे रे तू, बन गई है सुनर

तु जब भी बोलऽती है
तेरी सूरत चमकती है
तेरी ओंठो की लाली
आंखों की काजरा काली
लगती है ये ऐसी हुनर
तेरी आंखे सुनर, तेरी दिल है सुनर
ऐसे कैसे रे तू, बन गई है सुनर

तुझे जोभी देखता है
दिल से निरेखता है
तु ऐसी है सिक्का
जो चंदा लगे फिका
ऐसे वैसे है तेरी उमर
तेरी हाले सुनर, तेरी चाल है सुनर
ऐसे कैसे रे तू, बन गई है सुनर‌

गीत – जय लगन कुमार हैप्पी ⛳

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