Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
11 May 2021 · 1 min read

हमारा हाल कुछ ऐसा मुक्तक

हुआ है अब मुहब्बत का, बुरा जंजाल कुछ ऐसा
सुने महबूब ना दिल की, समय गति चाल कुछ ऐसा
मुहब्बत में गया यारों यहाँ सुख चैन सब मेरा
मरीजों सा हुआ है अब, हमारा हाल कुछ ऐसा

अभिनव मिश्र अदम्य

Loading...