Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
7 Apr 2021 · 1 min read

"जज्‌बा‌ "

हवा के आगे‌‌ कुछ दीयें जला‌ रखे हैं ,
बुझा ना पाए कोई ऐसे जज्बे जगा रखे हैं ।
ज़्यादा तो‌ सोना – चांदी लाॅकर में नहीं छुपा रखे हैं ,
पर हाँ !
आग में तपा कर कुछ हीरे सजा रखे हैं ।।

– ज्योति

Loading...