Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
12 Mar 2021 · 1 min read

किसी चेहरे पर यूं ही न तुम जाना

1.

किसी चेहरे पर यूं ही न तुम जाना
उसे यूं ही न अपना बनाना

ज़माना आज का बहुत ही खराब है
यूं ही किसी के जाल में न फंस जाना

2.

अनपढ़ जंगली की तरह न जियो तुम
दो शब्द ज्ञान के पढ़ो तुम

जिंदगी की राहें इतनी आसां नहीं हैं
कुछ हम आगे बढ़ें कुछ आगे बढ़ो तुम

Loading...