Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
6 Nov 2020 · 1 min read

षडयंत्र का हो पर्दाफाश

राजधानी राँची:-
आज जब अचानक रंगरेज गली अपर बाजार के शिव मंदिर में तोड़-फोड़ की दुःखद घटना सुना तो मन व्यथित हो गया। क्या यह कोई छोटी घटना है ? क्या कोई सामान्य इंसान ऐसी घटनाओं को अंजाम भी दे सकता है ? या कोई टुचे किस्म की असामाजिक तत्वों की है ये हरकत ? या कोई बड़ी साजिश है इसके पीछे ? जो भी हो आस्था पर आघात हिन्दू समाज कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला। प्रशासन अविलम्ब दोषियों को गिरफ्तार कर उनके पीछे कौन सी ऐसी शक्ति इन घटनाओं को अंजाम देने के लिए कार्य कर रही है वैसे लोगों को चिन्हित कर दंडित करने का काम करे अन्यथा हिन्दू समाज चुप नहीं बैठेगी।
#व्यवसाय_जिहाद
हिंदुओं की दुकान में काम करते हैं.. हिंदुओं के यहां भाड़े पर दुकान लेते हैं..
और हिंदुओं के बहन बेटियों को लव जिहाद में फंसा लेते हैं.. हिंदुओं के मंदिरों की मूर्तियों को तोड़कर हिंदू समाज के आस्था पर प्रहार करते हैं..

इनको हिम्मत इसलिए भी मिलती है क्योंकि.. झारखंड के सीएम कहते हैं जय श्री राम और भारत माता की जय सुनकर माथे में मेरा दर्द हो जाता है..

खैर..
जब घटियापन का राज हो तो श्रेष्ठता के स्वप्न देखना राजद्रोह है।

Loading...