जिस्म नहीं हो तुम........!!!!!!
मैं नहीं कोई आवारा बादल
जो तुझको छेड़ निकलूंगा कहीं,
जिस्मों के तो कशाई शोकिन
मेरी खोज तेरे रूह के आंचल से है।।।
मैं नहीं कोई आवारा बादल
जो तुझको छेड़ निकलूंगा कहीं,
जिस्मों के तो कशाई शोकिन
मेरी खोज तेरे रूह के आंचल से है।।।