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1 May 2020 · 1 min read

पानी पिये छानकर

घनाक्षरी – पानी पीये छान कर

पानी पीये छान कर,
बात मेरी मान कर।
एक दूसरे पर जी,
भरोसा ना कीजिए ।

सही काम कर अब,
आगे-आगे बढ़ जब।
देख कर तुझको जी,
चकित ओ रहिए।

आगे पीछे देख कर,
दाएं बाएं मुड़ कर।
सावधानी से जीवन,
संभल के चलिए।

घर में प्रेम अपार,
मिल कर भाई चार।
जीवन में धैर्यता का,
धीरज जी धरिए।
~~~~~~~~~~~~
डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभावना (छत्तीसगढ़)
मो. 8120587822

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