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15 Apr 2020 · 1 min read

मदिरा सवैया छंद

राम रहे घन श्याम रहे दिल में सबके भगवान रहे ।
याद सदा यह बात रहे रब से न बना अनजान रहे ।
जो सबके दुख को हरता उसका हिय को नित ज्ञान रहे ।
रोग विषाणु मिटें जग से हर ओर सुखी नित जान रहे ।
रमेश शर्मा.

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