Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2020 · 1 min read

तिरी आँखें मुझे सब कह रही हैं

मुझे तू प्यार कितना कर रही है।
तिरी आँखें मुझे सब कह रही हैं।।

किसी के कैफ़ियत मे डूब जाना
इशारों ही इशारों में फिर बुलाना
नज़र की ये नज़ाकत चल रही है…
तिरी आँखें मुझे सब कह रही हैं।।

हृदय पर याद मेरी है सजायी
अज़ब सी चाह तू ने ये दिखायी
ये’ कितनी बे-करारी बढ़ रही है…
तिरी आँखें मुझे सब कह रही हैं।।

ख़ुदा से भी मुझे ये मांगती हैं
मिरे ही साथ जीना चाहती हैं
इधर भी ख़्याल ऐसी पल रही है…
तिरी आँखें मुझे सब कह रही हैं।।

✍️ सतेन्द्र गुप्ता
पडरौना-कुशीनगर
मो.:-6393000233

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Comments · 257 Views

You may also like these posts

पत्रकार दिवस
पत्रकार दिवस
Dr Archana Gupta
"पनघट की गोरी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
Ranjeet kumar patre
शीर्षक – मन मस्तिष्क का द्वंद
शीर्षक – मन मस्तिष्क का द्वंद
Sonam Puneet Dubey
स्रग्विणी वर्णिक छंद , विधान सउदाहरण
स्रग्विणी वर्णिक छंद , विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
Phool gufran
होता नहीं कम काम
होता नहीं कम काम
जगदीश लववंशी
* सखी  जरा बात  सुन  लो *
* सखी जरा बात सुन लो *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम भी अगर बच्चे होते
हम भी अगर बच्चे होते
नूरफातिमा खातून नूरी
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*मुट्ठियाँ बाँधे जो आया,और खाली जाएगा (हिंदी गजल)* ____________
*मुट्ठियाँ बाँधे जो आया,और खाली जाएगा (हिंदी गजल)* ____________
Ravi Prakash
संगीत
संगीत
Vedha Singh
आदमी और मच्छर
आदमी और मच्छर
Kanchan Khanna
"चाँद को देखकर"
Dr. Kishan tandon kranti
वो कड़वी हक़ीक़त
वो कड़वी हक़ीक़त
पूर्वार्थ
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जीवन
जीवन
लक्ष्मी सिंह
#हिंदी_मुक्तक-
#हिंदी_मुक्तक-
*प्रणय*
3184.*पूर्णिका*
3184.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
थ्हूं गंगा थ्हूं गोमती, थ्हूं जमना जळ धार।
थ्हूं गंगा थ्हूं गोमती, थ्हूं जमना जळ धार।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
लुट गए अरमान तो गम हमें होगा बहुत
लुट गए अरमान तो गम हमें होगा बहुत
VINOD CHAUHAN
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
Anand Kumar
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
P S Dhami
ऐ दिल की उड़ान
ऐ दिल की उड़ान
Minal Aggarwal
भूल
भूल
Khajan Singh Nain
जीवन दर्शन
जीवन दर्शन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक महीने में शुक्ल पक्ष की
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक महीने में शुक्ल पक्ष की
Shashi kala vyas
भय की शिला
भय की शिला
शिवम राव मणि
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
पीत पात सब झड़ गए,
पीत पात सब झड़ गए,
sushil sarna
Loading...