” घाव “
फरिश्ता था , रिश्ता बन गया ।
दूर था , हृदय के पास हो गया ।
नमी था , ओस की बूंद हो गया ।
दोस्त था , यार बन गया ।
लगाव था , घाव दे गया ।। ✌️??
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली
फरिश्ता था , रिश्ता बन गया ।
दूर था , हृदय के पास हो गया ।
नमी था , ओस की बूंद हो गया ।
दोस्त था , यार बन गया ।
लगाव था , घाव दे गया ।। ✌️??
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली