Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
17 Oct 2019 · 1 min read

हाइकु(करवा चौथ)

हाइकु(करवा चौथ)
◆◆◆◆◆◆◆◆◆

रहती नारी
पति के लिए व्रत
करवा चौथ

नारी की सज्जा
गले में सजी हार
मेहंदी कर

रहे निर्जला
दिनभर सजनी
दीर्घायु पति

दीप चंदन
सजाकर थाली में
करे आरती

भोली सूरत
ऊपर देख चाँद
साजन पिया

एकदूजे का
प्रगाण हो बंधन
अनूठा प्रेम

◆◆◆◆◆◆◆◆
रचनाकार डिजेन्द्र कुर्रे”कोहिनूर”
पिपरभावना, बलौदाबाजार(छ.ग.)
मो. 8120587822

Loading...