Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
11 May 2019 · 1 min read

मुक्तक

कोई पुरखों की मिल्कियत बचाना चाहता है।
कोई कुनबे की इज्जत बचाना चाहता है।
हे भगवान रक्षा करना मेरे वतन की अब-
कौन देश की ताक़त बचाना चाहता है।

Loading...