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11 Mar 2019 · 1 min read

मुक्तक

इक न इक दिन हमें जीने का हुनर आएगा
कामयाबी का कहीं पर तो शिखर आएगा
अपने पंखों को ज़रा तोल के देखो ताइर
आस्माँ गुफ्तगू करने को उतर आएगा

Language: Hindi
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