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7 Feb 2019 · 1 min read

पीड़ा जब जब है बढ़ी

पीड़ा जब जब हैं बढ़ी,किया यही उपचार।
सूरत उनकी देख ली,जिनसे करते प्यार ।।
जिनसे करते प्यार , लोग वो होते बूटी ।
अपने आते काम,और सब दुनिया झूठी ।।
कहते श्री कविराय,प्यार का जागा कीड़ा ।
हुये पराये दूर ,बढ़ी है जब जब पीड़ा ।।

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