जीवनसाथी अच्छा होना चाहिए,
द्रवित हृदय जो भर जाए तो, नयन सलोना रो देता है
*थोड़ा-थोड़ा दाग लगा है, सब की चुनरी में (हिंदी गजल)
इन्साफ की पुकार
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
बहते पानी पे एक दरिया ने - संदीप ठाकुर
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll
गीत- कभी क़िस्मत अगर रूठे...