“तुम कौन हो?” कहानी संग्रह की शानदार समीक्षा के लिए बधाई। समाज में फैली भ्रांतियों पर करारा प्रहार करती हैं श्री अहमद सुमन जी की कहानियां। बाकई बड़ी समस्या को उठाते जान पड़ते हैं। किताब की पीडीएफ मौजूद हो तो मुझे जीमेल: m.uttranchali@gmail.com पर भेजिए। धन्यवाद।
“तुम कौन हो?” कहानी संग्रह की शानदार समीक्षा के लिए बधाई। समाज में फैली भ्रांतियों पर करारा प्रहार करती हैं श्री अहमद सुमन जी की कहानियां। बाकई बड़ी समस्या को उठाते जान पड़ते हैं। किताब की पीडीएफ मौजूद हो तो मुझे जीमेल: m.uttranchali@gmail.com पर भेजिए। धन्यवाद।