इंसान. का सर्वश्रेष्ठ गुरु उसका विवेक है इंसान. का विवेक हर भले बुरे परिस्थितियों मे उसे स्नेह, संयम ओर न्याय संगत जीवन जीने के लिए उसे प्रेरित करता है ओर प्रेम उत्सर्जन. के कारण व्यक्ति मे संघर्ष त्याग. अनुभव.ज्ञान आदि ईश्वरीय. तत्वों का उदय होता है यही तत्वबोध है, ,इस संदर्भ मे गुरु कि कोई आवश्यकता नहीं, , भगवान बुद्ध. का भी कोई. आध्यात्मिक. गुरु नहीं था, ए उनकी संवेदना ओर विवेक था॥
इंसान. का सर्वश्रेष्ठ गुरु उसका विवेक है इंसान. का विवेक हर भले बुरे परिस्थितियों मे उसे स्नेह, संयम ओर न्याय संगत जीवन जीने के लिए उसे प्रेरित करता है ओर प्रेम उत्सर्जन. के कारण व्यक्ति मे संघर्ष त्याग. अनुभव.ज्ञान आदि ईश्वरीय. तत्वों का उदय होता है यही तत्वबोध है, ,इस संदर्भ मे गुरु कि कोई आवश्यकता नहीं, , भगवान बुद्ध. का भी कोई. आध्यात्मिक. गुरु नहीं था, ए उनकी संवेदना ओर विवेक था॥