Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2016 · 1 min read

मिलते हैं गुरु से हमें ज्ञान भरे भण्डार

कुंडलिया
********
1
मिलते हैं गुरु से हमें ज्ञान भरे भण्डार
जीवन में अनमोल है,मिलना गुरु का प्यार
मिलना गुरु का प्यार,बना देते ये जीवन
मान इन्हें भगवान,नमन करता उनको मन
सुनो अर्चना बात,कमल कीचड़ में खिलते
भटक गए कुछ लोग , मगर सच्चे भी मिलते

2
हरियाली से कर लिया , कुदरत ने श्रृंगार
दरिया को दर्पण बना , खुद को रही निहार
खुद को रही निहार , सोच कर यही लजाती
भेजेगा अब चाँद, प्रेम की फिर इक पाती
रूप अर्चना देख ,हुई है रुत मतवाली
नीली चादर ओढ़ ,खिली देखो हरियाली

डॉ अर्चना गुप्ता

2 Comments · 568 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
हुऐ बर्बाद हम तो आज कल आबाद तो होंगे
हुऐ बर्बाद हम तो आज कल आबाद तो होंगे
Anand Sharma
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
Bidyadhar Mantry
भजन
भजन
सुरेखा कादियान 'सृजना'
बस चार है कंधे
बस चार है कंधे
साहित्य गौरव
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जागृति
जागृति
Shyam Sundar Subramanian
"थामता है मिरी उंगली मेरा माज़ी जब भी।
*Author प्रणय प्रभात*
तेरी यादों की खुशबू
तेरी यादों की खुशबू
Ram Krishan Rastogi
*ये उन दिनो की बात है*
*ये उन दिनो की बात है*
Shashi kala vyas
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
अनिल कुमार
स्त्रियों में ईश्वर, स्त्रियों का ताड़न
स्त्रियों में ईश्वर, स्त्रियों का ताड़न
Dr MusafiR BaithA
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
गल्प इन किश एंड मिश
गल्प इन किश एंड मिश
प्रेमदास वसु सुरेखा
पुस्तक
पुस्तक
Sangeeta Beniwal
"लाल गुलाब"
Dr. Kishan tandon kranti
कहानी - आत्मसम्मान)
कहानी - आत्मसम्मान)
rekha mohan
मां ने जब से लिख दिया, जीवन पथ का गीत।
मां ने जब से लिख दिया, जीवन पथ का गीत।
Suryakant Dwivedi
3027.*पूर्णिका*
3027.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
তোমার চরণে ঠাঁই দাও আমায় আলতা করে
Arghyadeep Chakraborty
जब आप ही सुनते नहीं तो कौन सुनेगा आपको
जब आप ही सुनते नहीं तो कौन सुनेगा आपको
DrLakshman Jha Parimal
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
gurudeenverma198
अब न करेगे इश्क और न करेगे किसी की ग़ुलामी,
अब न करेगे इश्क और न करेगे किसी की ग़ुलामी,
Vishal babu (vishu)
गोधरा
गोधरा
Prakash Chandra
*आवारा या पालतू, कुत्ते सब खूॅंखार (कुंडलिया)*
*आवारा या पालतू, कुत्ते सब खूॅंखार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हमें न बताइये,
हमें न बताइये,
शेखर सिंह
" आज चाँदनी मुस्काई "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
कविता
कविता
Shweta Soni
Ignorance is the best way to hurt someone .
Ignorance is the best way to hurt someone .
Sakshi Tripathi
Loading...