हरामखोर ये मेरी कविता है ..अंशिका सचिन शर्मा ने पोस्ट की है अपने पेज पर ..तू है कौन, अरे भीख मांग ले कहीं जा कर चोरी करने से तो अच्छा है। इसको हटा दे यहां से नहीं तो अभी हरामखोर ये मेरी कविता है ..अंशिका सचिन शर्मा ने पोस्ट की है अपने पेज पर ..तू है कौन, अरे भीख मांग ले कहीं जा कर चोरी करने से तो अच्छा है। इसको हटा दे यहां से नहीं तो अभी शिकायत कर रहा हूं कर रहा हूं
हरामखोर ये मेरी कविता है ..अंशिका सचिन शर्मा ने पोस्ट की है अपने पेज पर ..तू है कौन, अरे भीख मांग ले कहीं जा कर चोरी करने से तो अच्छा है। इसको हटा दे यहां से नहीं तो अभी हरामखोर ये मेरी कविता है ..अंशिका सचिन शर्मा ने पोस्ट की है अपने पेज पर ..तू है कौन, अरे भीख मांग ले कहीं जा कर चोरी करने से तो अच्छा है। इसको हटा दे यहां से नहीं तो अभी शिकायत कर रहा हूं कर रहा हूं