Comments (5)
21 Nov 2023 11:12 PM
बहुत खूब, आपने जाने-अनजाने में उन बेजुबानो से एक आत्मीय रिश्ता बनाया होगा, तभी घूटन, एक सत्यकथा महसूस हुई होगी।
24 Nov 2023 08:51 AM
जी मनोज कर्ण जी
आपने सही फरमाया। धन्यवाद
मुझे इन पशुओं से बहुत प्रेम है।आप मुझे dog lover कह सकते है। मैं आपकी पुस्तक पढ़ना चाहूंगी।
अवश्य सरिता जी।आपको निश्चय ही यह पुस्तक बहुत अच्छी लगेगी और दिल को छुएगी।
आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
आपको किताब मिली क्या