Comments (4)
3 Dec 2022 01:13 PM
बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी
Ram Krishan Rastogi
Author
2 Dec 2022 07:49 PM
क्या आपने नजरो से पी है,अगर नही अब पीकर देखो इस गजल में।
हम डर कर घबराकर जिंदगी जीते हैं।
फिर मैं कैसे कहूं कि तुम, नजरों से पीते हों। बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका
श्री रजक जी धन्यवाद