ख्वाहिशों की बन्दिशो से ऊपर उठ कर एक सुंदर और अच्छी रचना की प्रस्तुति की है आपका धन्यवाद।
बहुत बहुत आभार प्रकाश जी🙏🙏🙏
बहुत खूब
शुक्रिया सर🙏🙏🙏
यह गजल रूपी कविता आपके दिलोदिमाग में उठती भावनाओं को शब्दरूप में व्यक्त कर रही है। कई जगह पंक्तियों का शिल्प बेमिसाल है।
ये भावनाएं यदि कल्पनाओं तक सीमित हैं तो ठीक है। यदि असल जीवन में ऐसा हो तो मेरी समझ से ठीक नहीं। दुर्घटना बेहद भीषण हो सकती है पर वह जीवन के ठहराव या समाप्ति का कारण नहीं बननी चाहिए 😊😊
आपके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार रमण जी🙏🙏🙏
एक सितारा टूटे और सपनों की दुआएं दे मुझे,
किसी क्षितिज़ पे ऐसी, कोई क़ायनात ना हों। जैसे कोई अल्फाज़ो की कारीगरी है। ये तो जज्बातों की जादूगरी है। वाह मनीषा जी निःशब्द किया आपके इस कमाल की रचना ने लाजवाब बेहतरीन कोई और शब्द नही है क्यूँ के सारे अल्फाज आपके कलम के पास है..🙏🙏🙏💐💐💐👍👍👍👌👌👌
इतनी प्रशंसा और हौसला अफ़ज़ाई के लिए हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार शेखर जी🙏🙏🙏
क्या बात है वाह l
बहुत बहुत शुक्रिया सर🙏🙏🙏
सुंदर रचना
धन्यवाद सर🙏🙏🙏