Comments (4)
3 Jul 2022 09:37 AM
बीती जिन्दगी पे क्या रोना यारों।
बीता हुआ वक्त फिर कभी ना आता है।बहुत ही सुंदर विचार।
Taj Mohammad
Author
3 Jul 2022 10:22 AM
सादर आभार।
बहोत ही खास रचना
शुक्रिया