You must be logged in to post comments.
बहुत खूब
सादर नमन
अति उत्तम काव्य रचना
सहृदय आभार
उल्फत के तराने गाते रहे यूँ जीवन भर , मगर अल्फाज खामोश ही रहे ।बहुत ही सुंदर वर्णन।
साभार नमन आदरणीया
बहुत खूब
सादर नमन