Comments (12)
8 Jul 2022 06:03 AM
वाह… बहुत उम्दा!
Shivkumar Bilagrami
Author
11 Jul 2022 01:21 PM
Thank you
7 Jul 2022 11:50 PM
बहुत खूब
Shivkumar Bilagrami
Author
11 Jul 2022 01:20 PM
Thank you
7 Jul 2022 10:42 PM
सूंदर रचना
Shivkumar Bilagrami
Author
11 Jul 2022 01:20 PM
Thank you
7 Jul 2022 09:55 PM
माशाअल्लाह
Shivkumar Bilagrami
Author
11 Jul 2022 01:20 PM
Thank you
17 Jun 2022 05:53 PM
बहुत सुंदर
कृपया मेरी रचना
अब आ भी जाओ पापाजी का अवलोकन जरूर करें
Shivkumar Bilagrami
Author
11 Jul 2022 01:20 PM
Thank you
3 Jun 2022 01:42 PM
वाह बहुत खुबसूरत रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
बहोत ही अतुलनीय लाजवाब ये गझल है