Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (18)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
15 Jun 2022 02:10 PM

उत्तम सृजन।

9 Jun 2022 11:13 AM

wah

27 May 2022 12:41 PM

अति सुंदर अभिव्यक्ति ..!

21 May 2022 02:19 PM

अति सुंदर अभिव्यक्ति!

18 May 2022 01:05 PM

superb..!

17 May 2022 01:24 PM

sunder rachna..!

15 May 2022 12:33 PM

very nice.

23 Feb 2022 12:03 AM

??
अति सुंदर अभिव्यक्ति आशा भाई ।

मन प्रेममय हो तो जीवन भी बन जाता मधुशाला,
व्यर्थ यही जीवन यदि भरी है काम,क्रोध,लोभ, मोह की हाला।।

21 Jan 2022 09:20 AM

बहुत सुन्दर?

आभार।??

बहुत सुंदर छंद और लय ?

हार्दिक आभार, कविवर।?

18 Jan 2022 03:03 PM

अति सुन्दर
तुम मधु हो मै इसकी शाला हूं।
इसको में होठों से छूने वाला हूं।।

हार्दिक आभार, आदरणीय।?

18 Jan 2022 12:26 PM

अति सुन्दर।
हरवंशराय बच्चन जी को सच्ची श्रद्धाँजलि..।???

Thanks a lot..!

उक्त रचना दिनांक 18/01/2022 को सृजित की गई।

Loading...