Comments (6)
4 Jan 2022 01:31 PM
अति उत्तम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
4 Jan 2022 03:55 PM
आपको बहुत बहुत धन्यवाद ?
4 Jan 2022 12:25 PM
दुष्ट प्रवृत्ति के व्यक्ति को समझाने पर वह अपने को ज्यादा महत्व पूर्ण समझने लगता है! ऐसे लोगों के साथ कहा गया है श्ठम- शाठ्यम समाचरेत!यानि जैसा उसका आचरण है उसी तरह से उसका प्रतिकार करना चाहिए! जो कि किया नहीं जा रहा! सादर अभिवादन सहित।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
4 Jan 2022 03:55 PM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर
बहुत सुंदर कविता धन्यवाद आपका जी
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर