Comments (6)
23 Dec 2021 04:58 PM
अति उत्तम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
23 Dec 2021 07:50 PM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद
23 Dec 2021 01:50 PM
बहुत सुंदर प्रस्तुति, लोगों की मजबूरी है सर जी नमस्कार आपको जी धन्यवाद आपका जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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23 Dec 2021 07:49 PM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
ज़ख्म देना दुनियां का काम।
कर्म अपना हम करते रहे अविराम।
सुन ले सब की _ कर ले मन की,
ज़ख्म देने वाला ही होगा बदनाम।।
सुंदर भाव आदरणीय, प्रणाम। कल भोपाल आ रहा हूं।।मिलोगे
कल आफिस में ही रहूंगा।आईएगा।