Comments (4)
17 Dec 2021 11:37 AM
बहुत सुंदर सर नमस्कार
Rajesh vyas
Author
17 Dec 2021 06:55 PM
आभार आदरणीय श्री चतुर्वेदी जी प्रणाम
अंत समय में पायी , जीवन की सारी कमाई
ये भी हम पर निर्भर हैं ,अछाई या बुराई
सही लिखा है आपने
धन्यवाद आपका ??