Comments (11)
15 Nov 2021 10:33 PM
बहुत सुंदर
Khushboo Khatoon
Author
16 Nov 2021 08:58 AM
बहुत बहुत धन्यवाद आपका
15 Nov 2021 07:36 PM
बहुत बढ़िया रचना।हार्दिक बधाई
Khushboo Khatoon
Author
15 Nov 2021 08:03 PM
??
15 Nov 2021 06:03 PM
अति सुन्दर भाव
15 Nov 2021 11:14 PM
शानदार
Khushboo Khatoon
Author
16 Nov 2021 09:01 AM
धन्यवाद sir
ख़ुशबू बहन बहुत ख़ूब लिखा है आपने। कुछ कहने गुस्ताख़ी कर रहा हूँ। ग़ौर फरमाईयेगा
कश्ती भी होगी खुद का,
(कश्ती भी होगी ख़ुद की)
महकेगा हर तरफ फूल उस दिन
(महकेंगे हर तरफ फूल उस दिन)
छाएगा गजब का शमाँ उस दिन
(छाएगा गजब का समाँ उस दिन)
हमारी त्रुटियों के तरफ हमारा ध्यान आकृष्ट करने के लिए हार्दिक धन्यवाद सर
आपका स्वागत है बहन